tag:blogger.com,1999:blog-8746521733415134281.post4213493108233417923..comments2023-07-05T03:34:17.859-07:00Comments on सत्यार्थ-प्रकाश: दयानंद जी ने क्या खोजा क्या पाया (भाग २)सौरभ आत्रेयhttp://www.blogger.com/profile/05755493100532160245noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-8746521733415134281.post-66799892355469726352010-02-23T06:22:07.580-08:002010-02-23T06:22:07.580-08:00नवल जी , सबसे पहले तो मैं यह कहूँगा की मेरा गाँधी ...नवल जी , सबसे पहले तो मैं यह कहूँगा की मेरा गाँधी जी के कृत्यों से निष्कर्ष यह निकलता है कि वो एक महात्मा कहलाने लायक ही नहीं हैं तो संभव है उन्होंने यह कहा भी हो पर जहाँ तक मेरा अनुमान है उन्होंने भी ऐसा नहीं कहा है यह वक्तव्य माध्वाचार्य का मनगढ़ंत भी हो सकता है और वास्तव में ऐसा है भी तो उससे क्या फर्क पड़ता है सत्य, सत्य ही रहता है इन जैसे तथाकथित महात्माओं के कहने से नहीं बदलता. <br /><br />न तो सत्यार्थ प्रकाश आर्य समाज या हिंदुओं की बाइबल है न कोई और हिंदू ग्रन्थ क्योंकि यदि किसी ने बाइबल पढ़ी हो तो ऐसा न बोले और यदि पढ़ कर ऐसा बोले तो वो मुर्ख है. मैंने अपने पहले भाग में लिखा ही था महर्षि दयानंद सरस्वती जी से बहुत लोग चिड़ते हैं उसमें ईसाई, मुस्लिम, साम्प्रदायिक हिंदू आदि सभी मतों के लोग हैं क्योंकि उन्होंने उनके मतों का विश्लेषण करके उनके अंधविश्वासों और मूर्खता भरे क्रिया-कलापों की जनता के आगे पोल खोली थी. उन्होंने हिंदू धर्म को उसकी वास्तविक दिशा वेदों और उनके अनुरूप वैदिक दर्शन को जनता के सामने रखा जो आज भी बहुत लोगो को नहीं पचता क्योंकि उनकी दुकानदारी पर जो प्रभाव पड़ता है. चूँकि आर्य समाज (तथाकथित कुछ आर्य समाजियों जैसे अग्निवेश जैसे महाबेवकूफों को छोड कर) ने सत्य का साथ दिया तो जाहिर है उन्हें बहुत लोग झगडालू और संकुचित भी बोलेंगे इससे सत्यता पर कोई प्रभाव नहीं पढ़ता. आप निष्पक्ष बुद्धि से सत्यार्थ प्रकाश और ऋग्वेदआदि पुस्तकें पढ़िए आपको सत्य के दर्शन अवश्य होंगे.सौरभ आत्रेयhttps://www.blogger.com/profile/05755493100532160245noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8746521733415134281.post-59731670012657472392010-02-23T04:50:25.340-08:002010-02-23T04:50:25.340-08:00hate for none brother.hate for none brother.MOHAMMED SHADABhttps://www.blogger.com/profile/09190728027765511921noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8746521733415134281.post-43914277221489742952010-02-22T23:55:19.835-08:002010-02-22T23:55:19.835-08:00aatre bhai, in logon men se kisi ne ek jagah yeh t...aatre bhai, in logon men se kisi ne ek jagah yeh tippni ki thi ismen kiya sachhayi he yeh mene copi kar li thi<br /><br />महात्मा गांधी जी ने दयानंद, सत्यार्थ प्रकाश ओर आर्य समाज के विषय में निम्नलिखित टिप्पणि की थीः ‘‘आर्यसमाज के बाइबिल सत्यार्थ प्रकाश को मैंने दो बार पढा, ऐसे महासुधारक की लिखी हुई इतनी निराशजनक पुस्तक मैंने दूसरी नहीं पढी, उनसे जानबूझकर या बिना जाने जैन धर्म, इसलाम, ईसाई मत और खुद हिंन्दू धर्म के अर्थ का अनर्थ हो गया, आर्य समाजी संकुचित हदय और झगडालू स्वभाव के होने के कारण अन्य मतावलंबियों के साथ और जब उन्हें दूसरा कोई न मिले तो आपस में झगडा करते हैं ‘‘यंग इंडिया, अप्रैल, 1924, प. माध्वाचार्य शस्त्री द्वारा पराजय पंचक, पृष्ठ 14 पर उदधृत’<br /><br />उपरोक्त पेराग्राफ, पृष्ठ 639,<br />पुस्तकः क्या बालू की भीत पर खडा है हिंदू धर्म? <br />862 पृष्ठ मूल्य 175 रूपये<br />दिल्ली बुक क. , एम 12, कनाट सरकस, नई दिल्ली . 110001naval_kishorehttps://www.blogger.com/profile/17092207840010771756noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8746521733415134281.post-74116653397359235302010-02-22T03:44:14.758-08:002010-02-22T03:44:14.758-08:00कैरानवी जी मेरी पोस्ट आप लोगो को अच्छी लग ही नहीं ...कैरानवी जी मेरी पोस्ट आप लोगो को अच्छी लग ही नहीं सकती तो इसमें कोई हैरानगी वाली कोई बात ही नहीं है और मेरे पास इन फ़ालतू की बकवास भरी पुस्तकों को पढ़ने के लिए समय नहीं है और ना ही मैं इन सबकी समीक्षा लिखने बैठूंगा क्योंकि समझदार को इशारा ही काफी है जिसका मैं पहले ही संकेत दे चुका हूँ. बस जो थोड़े बहुत पोइंट्स इस पोस्ट में रह गए हैं उनको समय निकाल कर जल्द ही लिखने का प्रयास करूँगा और उसके पश्चात इन बकवास पुस्तकों के बारे में लिखने के बजाय वैदिक धर्म पर ही अधिक लिखना पसंद करूँगा और उन्ही लेखो से समझदार लोग अंदाज़ा लगा लेंगे सत्य धर्म क्या है और मिथ्या मजहब क्या है. आप लोगो को तो समझाना ही बेकार है.सौरभ आत्रेयhttps://www.blogger.com/profile/05755493100532160245noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8746521733415134281.post-27055301723212003462010-02-22T03:24:46.761-08:002010-02-22T03:24:46.761-08:00आपकी पिछली पोस्ट इतनी बेकार थी कि अनवर साहब ने उस...आपकी पिछली पोस्ट इतनी बेकार थी कि अनवर साहब ने उस पर कुछ लिखना भी मुनासिब न जाना, इसकी खबर उनको कर दी है तब तक निचै दिये लिंकों पर विचार करो<br /><br /><a href="http://islaminhindi.blogspot.com/2009/10/dr-anwar-jamal-research.html" rel="nofollow">दयानन्द जी ने क्या खोजा क्या पाया? Dr.-anwar-jamal-research</a><br />http://islaminhindi.blogspot.com/2009/10/dr-anwar-jamal-research.html<br /><br /><br />signature:<br />विचार करें कि मुहम्मद सल्ल. कल्कि व अंतिम अवतार और बैद्ध मैत्रे, अंतिम ऋषि <br />(इसाई) यहूदीयों के भी आखरी संदेष्टा? हैं या यह big Game against Islam है? <br />antimawtar.blogspot.com (Rank-1 Blog) <a href="http://antimawtar.blogspot.com/" rel="nofollow">डायरेक्ट लिंक</a><br /><br /><a href="http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/1-7.html" rel="nofollow">अल्लाह का <br />चैलेंज पूरी मानव-जाति को</a><br /><a href="http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/3-7.html" rel="nofollow">अल्लाह का <br />चैलेंज है कि कुरआन में कोई रद्दोबदल नहीं कर सकता</a><br /><a href="http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/blog-post.html" rel="nofollow">अल्लाह का <br />चैलेंजः कुरआन में विरोधाभास नहीं</a><br /><a href="http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/5-7.html" rel="nofollow">अल्लाह का <br />चैलेंजः आसमानी पुस्तक केवल चार</a><br /><a href="http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/4-7.html" rel="nofollow">अल्लाह का <br />चैलेंज वैज्ञानिकों को सृष्टि रचना बारे में</a><br /><a href="http://http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/2-7.html" rel="nofollow">अल्लाह <br />का चैलेंज: यहूदियों (इसराईलियों) को कभी शांति नहीं मिलेगी</a><br /><br />छ अल्लाह के चैलेंज सहित अनेक इस्लामिक पुस्तकें<br />islaminhindi.blogspot.com (Rank-2 Blog) <br /><a href="http://islaminhindi.blogspot.com/" rel="nofollow">डायरेक्ट लिंक</a>Mohammed Umar Kairanvihttps://www.blogger.com/profile/06899446414856525462noreply@blogger.com