रविवार, 17 जुलाई 2011

काँग्रेस का दुस्सहासी और क्रूरता भरा एक और राष्ट्रघाती बयान

हाल ही मैं कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय का बयान आया है जिसमें इन हाल ही के मुम्बई बम्ब धमाके के लिए उसने हिन्दू संगठनों विशेषतयः राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का नाम लिया और खुल कर हिन्दू आतंकवादी शब्द का प्रयोग किया है। सबसे पहले लोगो को यह समझना चाहिये यह कोई दिग्विजय का केवल अपना बयान या अपनी सोच नहीं है क्योंकि वह कोंग्रेस के महासचिव पर पदाधीन है इसका मतलब यह कोंग्रेस की अपनी सोच और उसका ही आधिकारिक बयान है महासचिव दिग्विजय के रूप में। इससे अधिक शर्मनाक और अत्यन्त घातक सोच और क्या हो सकती है कि हमला करने वाले की जगह पीड़ित पर ही आरोप मढ़ दिया जाये। शत्रु का खुलकर पक्ष लिया जाये और गृहस्वामी को ही अपने घर का लुटेरा बताया जाये। आप सोचकर देखिये कि एक परिवार में ६ सदस्य हों और कुछ लोग उन पर हमला करके उनमें से २ की हत्या कर दें उसके पश्चात पुलिस रिपोर्ट करने के बजाय उसी परिवार के शेष ४ सदस्यों पर आरोप मढ़ कर उनपर केस चला दे तो सोचो उन ४ परिवार के सदस्यों की वेदना क्या होगी एक तो वो पहले से घर में २ मौतों से अत्यन्त पीड़ित हों ऊपर से हत्या का आरोप भी उन्हीं पर मढ़ दिया गया हो तो ऐसे में उस परिवार की वेदना और छटपटाहट ऐसी ही होगी जैसी कि आज इस भारत देश में हिन्दुओं की है। जिसका घर उसी पर ही तर्कहीन निराधार घर की लूट और हत्या का आरोप।

कुछ लोग कहते हैं यह देश केवल हिन्दुओं का नहीं है यह उतना ही मुसलामानों और ईसाईयों का भी है। मैं उनसे पूछना चाहता हूँ यदि मुस्लिम इसको अपना घर मानते तो हमें कोई समस्या नहीं होती किन्तु आतंकवादियों , अलगाववादियों , देश विरोधी गतिविधियों, कसाब – अफजल का समर्थन , पाकिस्तान का समर्थन करने वालों का यह देश नहीं हो सकता ईसाई भी यदि इसको घर मानते तो वो चर्चों की कुटिल राष्ट्रविरोधी चालों का समर्थन न करते होते। उदाहरण के तौर पर रामदेव के राष्ट्रहित अभियान के विरोध में ३ मुख्य बयान हिंदी फिल्मउद्योग से आये वो भी ३ मुस्लिमों के शाहरुख खान , शबाना आज़मी और सलमान खान के जिन्होंने प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रामदेव का विरोध किया – सोच सकते हो जिस देश की जनता ने इन मुस्लिम लोगो को सर –आँखों पर बैठाया हो सम्मान दिया हो उनके ऐसे बयान आते हैं तो औरों की क्या बात करें। फिर भी चलो एक – दो मुसलमान या ईसाई ठीक हो सकते हैं किन्तु फिर भी बहुमत में इनका राष्ट्रविरोध प्रत्यक्ष दीखता है । मुस्लिमों के ब्लोगों पर ही देख लों किस तरह से वो प्रत्यक्ष- अप्रत्यक्ष (सीधे या संकेतों में) रूप से बेशर्मी से हर उस चीज़ का विरोध करते नज़र आते हैं जोभी देश हित में हो न्यायपूर्ण हो और फिर भी कितने ही सारे हिन्दू लोग उनकी बेशर्मी से अधिक बेशर्मी से उनका अनुसरण भी करते हैं यह भी एक हिन्दुओं की आत्मघाती सोच का ही परिणाम है कि जो शत्रुओं का ही समर्थन करने के लिए व्यग्र हैं।

हिन्दुओं को यह आत्म-मन्थन करना ही होगा कि उसके दिन-रात मन्दिरों में घंटे बजाने, शान्ति का पाठ पढ़ने, ज्योतिषों के उज्जवल भविष्य बताने, चोबीसों घंटे अहिंसा-२ रटने आदि के तत्पश्चात भी उसी का अतिक्रमण , उसी पर अत्याचार , उसी के देश में उसको आतंकवादी बताने का बार-२ दुस्साहस, उसी की संख्या में घटाव और दुश्मनों की संख्या में निरंतर वृद्दि, उसी के धर्मस्थलों पर शत्रुओं का अधिकार, उसी की हत्या करके उसी पर आरोप, उसी के धर्मग्रंथों का अपमान, उसी के महापुरुषों की निंदा, उसी के सच्चे इतिहास को झूठा और झुठे को सच्चा बताना इत्यादि घोर दुर्दशा क्यों हो रही है – क्यों इसकी ईश्वर सहायता नहीं करता हैं ? इसका मतलब कहीं न कहीं तो कमी है जो ईश्वर की दिन-रात और शान्ति का राग गाने के पश्चात भी कोई उसकी पुकार सुनने को कोई तैयार नहीं है – ऐसा क्यों ? इसका उत्तर है – कर्महीन होकर के सब बातें ईश्वर की आढ़ में छोड़ देना , स्वार्थी होना, किसी भी बात को बिना किसी ठोस प्रमाण और तर्क के मान लेना, चालाक शत्रुओं के वाक्छल और सिद्धांत-विरुद्ध बातों में फंस जाना, अहिंसा की गलत परिभाषा आत्म-हत्या का अनुसरण करना इत्यादि बातों के अलावा अंग्रेजों की मैकाले- शिक्षा भी इसके मुख्य कारणों में से एक है जो व्यक्ति से स्वाभिमान और आत्म-विश्वास को नष्ट करने का कार्य बड़ी अच्छी तरह से निभा रही है। यह समय बड़ा ही विकट और विपरीत परिस्तिथियों का है प्रत्येक व्यक्ति यदि केवल इस बात का भी अनुसरण करे कि – तर्क और प्रमाण के बिना मैं कुछ नहीं मानूंगा और न ही किसी का अनुसरण करूँगा तथा निस्वार्थ होकर न्याय का पक्ष लूँगा तो भी इन सभी समस्याओं का अन्त होना निश्चित हो जायेगा। जो हिन्दू मेरी इन बातों से एक मत नहीं हैं उस पर भी उनको गहन चिंतन विचार करना चाहिये कि ऐसा हमारी सोच में अंतर क्यों है।

11 टिप्‍पणियां:

बिष्णु ने कहा…

आपकी लेख अच्छा है . हमें बचपन से ही प्यार, इमानदार, अच्छे काम की राह दिखाई दिए जाते है . लेकिन कुछ लोगो की बचपन से उल्टा रास्ता..........जैसे आप की लेख में ........

बेनामी ने कहा…

स्वामी रामदेवजी महाराज द्वारा रामलीला मैदान में की गयी चार बड़ी गलतियां


सबसे बडी भूल हुई, स्वामीजी का स्वयं इन चोर,धोखेबाज मंत्रियो से वार्ता
करना,उन्हें खुद उनके पास न जाकर अपने किसी ऐसे प्रखर सेनापति को उन चोरों के
पास भेजना चाहिए था जो इन शैतानो के गंदे चालों और धूर्तता से खूब अच्छी तरह
वाकिब हों,स्वामीजी ने खुद इनसे वार्ता करके अपनी ही गरिमा को कम करने की
गलती कर दी, दूसरी सबसे बड़ी भूल हुई, विगत ६३ वर्षो से जिस कॉंग्रेस का
इतिहास ही छल,कपट,झूठ और फरेब से भरा हुआ हो उस कॉंग्रेस पर विस्वास करके कपिल
सिब्बल नाम के महाचोर, झूठे ,मक्कार,महाधूर्त के हाथों में चिट्ठी लिखकर
देना, तीसरी भयंकर भूल हुई कि अगर चिट्ठी लिखना बाध्यता हो गयी थी तो उसमे ये
लिखना कि ६ बजे तक अनशन खत्म कर दुंगा,जब कि बिलकुल स्पष्ट रूप से ये लिखना
चाहिये था कि जब ही हमारी सारी मांगे पुरी तऱ्ह मान ली जायेगी ,हम अनशन समाप्त
कर देंगे I चौथी सबसे बडी भूल चिट्ठी लिखकर देने की बात सारी जनता को न
बताकर की गयी I लेकिन इस अनशन से सबसे बड़ा काम ये हुआ है कि अब चोर,
लुटेरे, झुठे, फरेबी और पाखंडी कॉंग्रेस की गंदी चाल और फरेब को जनताभली
भान्ति जान चुकी है,जनता खूब अच्छी तरह से जान गयी है कि कॉंग्रेस के जन्म से
ही इसकी मुल प्रकृति और चरित्र ही झुठे मक्कारो का रहा है,इसकी हमेशा चाल ही ये
रही है,कि जो कोई भी कॉंग्रेस के भ्रष्टाचार,लूट,तुष्टीकरण की गंदी
राजनीती,धोखेबाजी और राष्ट्र विरोधी कारनामो के विरुद्ध आवाज उठाने की जुर्रत
करे,उसे ही झुठे आरोपो से बदनाम करके अपने अधीन काम कर रहे राष्ट्रीय दूरसंचार
माध्यमो ( दूरदर्शन और आकाशवाणी जिन्हें लोग कांग्रेस दर्शन और कांग्रेस वाणी
कहते हैं ) तथा चंद बिकाऊ टीवी चैनल और कुछ बिकाऊ समाचार पत्र और पत्रिकाओं
के माध्यम से जोर शोर से देश में उस झूठ का प्रचार करना,ताकि देश की भोली
भाली जनता ( जिसमे अधिकांश अशिच्छित ) कॉंग्रेस के झूठ को सच मानने लगे,और
आजादी के बाद ६३ वर्षो तक कॉंग्रेस बस केवल यही एक गन्दा हथकण्डा अपनाता आया
है अपने लूट के राज को कायम रखने के लिये I ४ जून को काँग्रेस के उस
सड्यन्त्र कारी चिट्ठी की बात सामने आते ही उन समाचार माध्यमो ने जिस
आक्रामकता, तत्परता और उत्साह से स्वामीजी पर कडे प्रश्नो की बौछार और
प्रहार करना शुरू कर दिया और तुरत फुरत बिना किसी ठोस प्रमाण के स्वामीजी के
अनशन को एक "HIGH PROFILE DRAMA" घोषित कर दिया इससे बिलकुल साफ साफ साबित हो
गया कि सब कुछ पूर्व नियोजित था,ये देश द्रोही गद्दार कुछ TV Channel वाले
और पत्रिका वाले पहले से बिके हुये हैं,जिन्हे कभी भी उतनी आक्रामकता और
तत्परता से महाचोर दिग्विजय सिंह से ये सवाल करते नहीं देखा गया कि पुरी
मानवता के दुश्मन, अपने जघन्य कारनामों से पूरी दुनिया में कुख्यात,लाखों
बेक़सूर इंसानों का खून बहाने वाले महापापी ओसामा बिन लादेन को उसने "ओसामा
जी" क्यो कहा ? इसके विपरीत सारी दुनिया के करोडो करोडो लोगों के ह्रदय के
सिंहासन में विराज करने वाले,करोडो करोडो लोगों को नई जिंदगी देने वाले,सूर्य
के किरणों के सामान उज्वल बेदाग़ चरित्र और हिमालय से भी ऊँचे महान ब्यक्तित्व
के स्वामी,महान तपस्वी,महान योगी और एक महान त्यागी ऋषि स्वामी रामदेव जी
महाराज,जिन्होंने सारी दुनिया में महान भारतीय संस्कृति और आध्यात्म का झंडा
फहराया है,जिन्होंने भारत और सारे विश्व में लोगों को भारतीय योग , प्राणायाम
और आयुर्वेद द्वारा लगभग हर बिमारी से छुटकारा दिलाने का सहज रास्ता दिखलाया
है,जिन्होंने नशा,वासना,ब्यभिचार के गर्त में गिरते जा रहे भारत के युवाओं को
योग और आध्यात्म के द्वारा सदाचारी ,चरित्रवान और स्वाभिमानी बनाने का महान
कार्य को अदभुत सफलतापूर्वक दिशा दी , जिनके समर्थन में सारी शात्विक
शक्तियां खड़ी हैं,जिनके साथ आध्यात्म जगत के सारे शीर्ष पुरुष खड़े हों,ऐसे
महान युगपुरुष को "एक ठग,एक धोखेबाज" क्यों और कैसे बताया ???!!! Continue to next page..............

बेनामी ने कहा…

इन बिकाऊ
समाचार माध्यमो द्वारा कॉंग्रेस आलाकमान से कभी उतने उत्साह,उमंग और आक्रामकता
से ये पूछते हुये नही देखा गया कि फांसी की सजा पाये हुये आतंकी अफजल को
उसने अपना घर जमाई क्यो बना रक्खा है? उतने जोरदार, जिम्मेदार और आक्रामक
तरीके से कभी ये सवाल करते हुये नही देखा गया कि अरबों खरबों रुपयो के लूट
और भ्रस्टाचार में लिप्त मंत्रियों और नौकरशाहो को अब तक कड़ी से कड़ी सजा
क्यो नही मिली? इतनी प्रखरता से कभी ये पुछ्ते हुए देखा नहीं गया कि "राष्ट्रीय
स्वयं सेवक संघ" जैसे महान देश भक्त,देश के लिए मर मिटने को तैयार स्वाभिमानी
संस्था,देश के युवाओं को उच्च चारित्रिक शिच्छा देने के साथ साथ देश
प्रेम,निष्ठा और स्वाभिमान कुट कुट कर भरने वाले,राष्ट्र के हर मुश्किल घडी मे
देश को अपने निस्वार्थ सेवा देने के गौरवशाली इतिहास वाले एक स्वयं सेवी महान
संस्था को महाचोर काँग्रेस ने एक "उग्रवादी साम्प्रदायिक संस्था" के रुप मे
गत ६३ वर्षो से अपने इन्ही गुलाम समाचार माध्यमो के जरिये झूठे प्रचार के
द्वारा क्यों बदनाम कर रखा है???इसके विपरित "सिमी" और इसके जैसे अनेक खतरनाक
देश द्रोही आतंकवादी संगठनो को सुरछित पनाह क्यों दे रखा है? इनके स्पष्ट
राष्ट्र द्रोही,विध्वंसकारी कारनामो के बावजूद क्यों चोर और गद्दार काँग्रेस
इन खतरनाक संगठनो के बचाव मे दलिलें देती आई है? स्वामी रामदेव जी के
भ्रष्टाचार के विरोध मे किए जा रहे आन्दोलन और अनशन को "सियासी चाल" करार देने
वाले चोरी और भ्रस्टाचार मे आकंठ डुबे हुए काँग्रेस को कभी इन बिकाउ भिखमंगे
समाचार माध्यमो द्वारा ये पुछ्ते हुए नहीं देखा गया कि शाहाबुद्दीन,साधु यादव ,
हिदायत खान सरिखे अनेक कुख्यात खुनी,बलात्कारी,लुटेरे डकैत और बाहुबली शैतान
दरिन्दे राजनीति मे क्यों और कैसे आए ? असंख्य निर्दोषों के हत्यारे ये पापी
पिशाच लोग खुन से सने हाथों के साथ् राजनीति मे क्या कर रहे हैं?जबकि
उन्हें तो फाँसी पर लटका देना चाहिए था? इन बिके हुए संवाद संस्थाओं से कभी
धोखेबाज,अवसरवादी,बेईमान,महाचोर कान्ग्रेसिओं से उस उद्दम और आक्रामकता से ये
पूछते हुए नहीं देखा गया कि कश्मीर के उन लाखों लाखों निर्दोष हिन्दुओं का
क्या कसूर था जिन्हें भयानक निर्ममता से मौत के घाट उतार दिया गया? उन कश्मीरी
असंख्य हिन्दू माँ,बहन,बेटियों का क्या दोष था,जिनको अकथ्य पाशविक अत्याचार
करने के बाद मौत के घाट उतार दिया गया? एक स्वतंत्र धर्मनिरपेच्छ देश में अपने
ही देश के एक अभिन्न अंग कश्मीर में एक धर्मविशेष के हक में भयंकर विभेदकारी
धारा ३७० क्यों लागू कर दिया गया? और उसे अब तक क्यों नहीं हटाया गया? जबकि
इसी भयानक विभेदकारी धारा के कारण ही अपने ही देश में,अपनी ही मातृभूमि में
लाखों लाखों हिन्दुओं को बेरहमी से मार दिया गया, शेष सभी हिन्दुओं को
कश्मीर से सर्वस्व लूटकर भगा दिया गया! उन हिन्दुओं को पूरी सुरच्छा और
छतिपूर्ति के साथ अपने जन्मभूमि में पुनःस्थापित अब तक क्यों नहीं किया
गया? किसी भी ऐसे राष्ट्रभक्त संस्था या ब्यक्ति को,जो हिन्दुओं के खिलाफ हो
रहे अन्याय अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाया कांग्रेस ने उसे चिल्ला चिल्लाकर "
धर्म को लेकर राजनीति करनेवाला साम्प्रदायिक " घोषित कर दिया,क्या कभी किसी
बिकाऊ संवाद संस्था ने शैतान कांग्रेस से ये पूछने कि जरुरत समझी कि अपने ही
देश के एक अभिन्न हिस्से में दो सम्प्रदायों में भयानक विभेद सृष्टिकारी धारा
३७० लागू करके और उसे आजादी के ६३ सालों बाद अब तक जारी रख के, एक
धर्मनिरपेच्छ देश में "अल्पसंख्यक" और "बहुसंख्यक" जैसे भयानक विभेदकारी
साम्प्रदायिक शब्दों का निर्माण करके क्या कांग्रेस ने ही धर्म को लेकर सबसे
ज्यादा,सबसे गन्दी और सबसे खुनी राजनीति नहीं की है??? क्या कांग्रेस से बड़ा
कोई सांप्रदायिक इस देश में है? देश की जनता अब जाग चुकी है, उनकी आँखे खुल्
चुकी हैं,भ्रष्ट ,चोर,लुटेरे,देशद्रोही कांग्रेस के साथ साथ इन गद्दार समाचार
माध्यमो को भी देश की जनता पूरी तरह पहचान चुकी है Continue to next page.....

बेनामी ने कहा…

ये बिकाऊ समाचार माध्यम
केवल पैसे के लिये कुछ भी कर गुजरने के लिये तैयार बैठे रह्ते हैं,इनके
सांवादिक और पत्रकार लोग पैसे के लिये देश तो क्या अपनी सगी मां,बहन,बेटी तक
को बेच सकते हैं,ये इस पेशे में आये ही हैं केवल पैसो के लिये,कॉंग्रेस के साथ
साथ ये लोग भी समान रूप से देश के अपराधी हैं और कालेधन के भागीदार हैं,क्योकि
कांग्रेस अपने कालेधन से ही इन देश द्रोही समाचार माध्यमो को पैसे देती है, देश
की जनता इन्हे भी अच्छी तरह पहचान चुकी हैं ,इन संवाद संस्थाओं में भी विशेष
कर एक TV NEWS CHANNEL सबसे ज्यादा बढ़ चढ़ कर स्वामी रामदेव के खिलाफ चोर
कांग्रेस के गंदे चाल में हिस्सा ले रहा है,ये चैनल अब बड़े शैतानी से स्वामी
रामदेव जी के "यादव" होने की बात प्रचार प्रसारित कर रहा है,इस चैनल को स्वामी
जी के स्पष्ट राष्ट्रप्रेमी विचार और उनके द्वारा चलाये जा रहे इतने विशाल
जनकल्याण के कार्य दिखाई नहीं पड़ते,स्वामी जी के निर्मल,निस्वार्थ बेदाग़
स्वरुप को ये अंधे देख नहीं पाते,इन हिजड़ों को साहस नहीं कि वे कश्मीर के उन
तमाम उग्रवादी संगठनो से जाकर पूछे कि वे निर्दोष,निष्पाप बच्चों,औरतों की
निर्मम हत्याएं क्यों कर रहे हैं?अक्छर धाम मंदिर में आराधना कर रहे निर्दोष
औरतें और उनके निष्पाप बच्चों ने उनका क्या बिगाड़ा था? देश की जनता अब इन
बेशर्म,नामर्द,हिजड़ों को बहुत अच्छी तरह पहचान चुकी है, इसी वजह से अब
कॉंग्रेस और ये सारे देश के गद्दार लोग अपने अपने गंदे मकसद में कामयाब नही
हो सकेंगे,क्योकि अब कुछ राष्ट्र प्रेमी,निर्भिक और देश के प्रति बेहद
इमानदार समाचार माध्यमो और दूरसंचार माध्यमो ने पिछले कई वर्षो से देश की
जनता की आँखे खोलने का बहुत बड़ा काम किया है,इनमे सबसे शीर्ष में "आस्था" और
"संस्कार" चैनेल का नाम आता है,जिन्होंने देश और दुनिया में आध्यात्म,सुचिता
,सुचरित्रता,आरोग्य फ़ैलाने के साथ साथ नशा त्याग,मांसाहार त्याग,ब्यभिचार
त्याग जैसे महान महान कार्य लोगो से करवाने में अभूतपूर्व भूमिका निभाई
है,सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण काम इन्होने जो किया है वो ये कि कांग्रेस द्वारा
अपने अधीन काम कर रहे समाचार माध्यमो का जो इस्तमाल केवल अपने गंदे सियासी
फायदे के लिए विगत ६३ वर्षो से किया जा रहा था,राष्ट्र भक्त लोगो और संस्थाओ
को झूठे आरोपों के द्वारा देश के अधिसंख्य अनपढ़ भोले भाले लोगो में भ्रम फैलाने
का जो गंदा काम निरंतर करता आ रहा था,उसमे बहुत बड़ी रुकावट डाल दी और देश के
लोगो की आँखे खोल दी,देश को जागरूक बना दिया,देश को साफ़ साफ़ दिखा और समझा दिया
कौन राष्ट्रद्रोही हैं और कौन कौन राष्ट्र प्रेमी हैं,किसने देश को लूट लूट कर
खोखला बना दिया है,किसने ६३ वर्षों से सारे देश को धोखा दिया I एक तरफ
हजारों लोग प्रतिदिन भूख से दम तोड़ रहें हैं,करोडो लोग भूखे पेट सो रहे
हैं,करोड़ों लोगों को सर छिपाने के लिए एक छत तक नसीब नहीं, खुले आसमान के नीचे
जिंदगी बसर कर रहे हैं,,तन को ढकने के लिए वस्त्र नहीं, हजारों किसान प्रतिवर्ष
आत्महत्या कर रहे हैं,करोड़ों बेरोजगारों के हाथों में काम नहीं, मज़बूरी में
हथियार उठा रहे हैं,दूसरी तरफ ये चोर लुटेरे कांग्रेसी ४०० लाख से ज्यादा देश
का धन लूट लूट कर विदेशों में जमा कर रहे हैं,आलिशान ,वातानुकूलित महलों में
शानो शौकत की जिंदगी जी रहे हैं, और अत्यंत बेशर्मी से अपने ख़रीदे हुए
दूरसंचार माध्यमो और बिकाऊ समाचार संस्थाओं के जरिये अनवरत प्रचार कर रहे
हैं "देश प्रगति की राह पर है" I लूट का सिलसिला अनवरत जारी है,देश की जनता
बखूबी जान गयी है कि "नरेगा", "मनरेगा","सर्व शिच्छा अभियान", स्कूलों में
"मध्यान्य भोजन अभियान" के नाम पर करोड़ों करोड़ों रुपयों की लूट कैसे चल रही
है, देश के अकूत खनिज संपदा को कैसे ये चोर, बेईमान बेच खा रहे हैं,सब कुछ
जनता जान चुकी है,विदेशी लुटेरे कंपनियों से करोड़ों करोड़ों रुपये रिश्वत लेकर
ये शैतान कैसे देश को लूटने की खुली छुट दे रहे हैं,ये जनता समझ चुकी है IContinue to next page.........

बेनामी ने कहा…

हर तरफ केवल भ्रष्टाचार का ही बोलबाला है,सरकारी और आधा सरकारी विभागों और
दफ्तरों में भ्रस्टाचार का नंगा नाच देखने को मिलता है,यहाँ तक कि सरकार पोषित
बीमा कम्पनिओं के मैनेजर से लेकर चपरासी तक सभी भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए
हैं,इनमे भी UNITED INDIA INSURANCE और इसके TPA Herritage Health India का
नाम सर्वोपरी है,इनके यहाँ Mediclaim Policy करवाने पर इनके कर्मचारी और Agent
लोगों को बहुत चिकनी चुपड़ी बातों से लुभाते हैं,परन्तु अगर किसीको Claim लेने
की नौबत आ जाये ,तब इनके असली चेहरे देखने को मिलते हैं,प्रीमियम की राशि जमा
करने के लिए ये शैतान लोग अपने ग्राहक को 25 , 30 दिन पहले से तकाजा भेजते
रहते हैं,परन्तु CLAIM की नौबत आने पर ये शैतान ग्राहक से सीधे मुह बात तक
नहीं करते,क्योंकि इनका असली उद्देश्य तो प्रीमियम की राशी वसूलना भर होता
है,इनको केवल अपने कमीशन की राशी से मतलब रहता है, Policy धारक की जिंदगी की
इन्हें ज़रा भी परवाह नहीं, Major किस्म के ह्रदय के ऑपरेशन करवाए हुए
मरीज,जिनको Docter तनिक भी मानसिक तनाव से परहेज करने की सलाह देते हैं,इन बीमा
कम्पनिओं की करतूतों से तनाव झेलते झेलते अपनी जान तक गवां बैठते हैं, अब जनता
इनको भी खूब अच्छी तरह पहचान गई है,जनता अब इनके विरुद्ध सीधी करवाई
करेगी,क्योंकि संवैधानिक तरीकों से जनता का विश्वास उठ चुका है,इनके इस तरह बे
रोकटोक और बिना किसी भय के किये जा रहे अपार भ्रस्टाचार के लिए भी भ्रस्टाचार
के जनक नेहरु और उसका कांग्रेस ही जिम्मेवार है I अब इन शैतान कान्ग्रेसिओं
के झूठे प्रचार से देश के लोग भ्रमित होने वाले नहीं हैं I सारा देश जान चुका
है कि पवित्रता,सदाचार,निर्मलता और आरोग्यता का प्रकाश फैलाने वाले परम
पूज्यनीय,प्रातः स्मरणीय स्वामी रामदेव जी महाराज "ठग और धोखेबाज" हैं कि
कांग्रेस का सारा इतिहास ही चोरी,मक्कारी,ठगी और गन्दगी से भरा पड़ा है, ये तो
स्वतः प्रमाणित भी हो चुका है I स्वामीजी पर इतने गंभीर आरोप थोपने वाले
इन्ही महाचोर कान्ग्रेसिओं का ही सबसे ज्यादा काला धन विदेशों मे जमा है, ये
भारत का हर सजग ब्यक्ति जान चूका है,हर भारतीय जान चुका है कि आज के
चोर,भ्रष्ट,अवसरवादी,लुटेरे सबसे बड़े साम्प्रदायिक कांग्रेस के मुख्य कर्णधार
स्वयं प. जवाहर लाल नेहरु का चरित्र,आदर्श और नियत क्या था, भारत का हर जागरूक
नागरिक आज जान चुका है कि ये जो भ्रष्टाचार रूपी विशाल पेड़ देश में गहरी
जड़ें जमाये और विशाल शाखाएं फैलाकर खड़ा है,उसे रोपने वाले कोई और नहीं, स्वयं
जवाहर लाल नेहरु ही थे I ये भारत और भारत वासिओं का सबसे बड़ा दुर्भाग्य ही
है कि देश के लिए अपना तन,मन,धन और जीवन तक न्योछावर कर देने वाले अनेक उच्च
कोटि के चरित्रवान,महान निस्वार्थी,स्वाभिमानी श्रेष्ठ महापुरुषों को छोड़कर
जवाहर लाल नेहरु नाम के एक ऐसे दुश्चरित्र,ब्यभिचारी,धूर्त बेहद शातिर ब्यक्ति
के हाथों देश की बागडोर आ गई, जिसने केवल देश का शाषक बनने के लिए,केवल अपनी
राजनितिक महत्वाकंछा पूरी करने के लिए हर छल कपट और कुचक्र का सहारा लिया,जिसे
न महान भारतीय संस्कृति से कोई लगाव था,न महान भारतीय परंपरा और इतिहास पर गर्व
था, जिसे न भारतीय वेश भूषा से लगाव था,न भारतीय भाषाओँ से प्रेम था,पश्चिमी
अपसंस्कृति,वेश,भूषा और भाषा जिसके रग रग में समाया हुआ था,जिसका मानना था कि
अंग्रेज और अंग्रेजी के बिना भारत हमेशा पिछड़ा रहेगा !!! २०० वर्षों तक भारत को
गुलामी की जंजीरों में जकड कर जिन क्रूर अंग्रेजों ने देश पर अकथ्य अत्याचार
किया ,अनगिनत हत्याएं की, हमारी असंख्य माँ बहन बेटियों की इज्जत लूटी,देश के
अकूत संपदा को लूट लूट कर खोखला कर दिया , उन्ही पापी अंग्रेजों के अंतिम
वायसराय (लुटेरों के अंतिम सरदार) माउन्ट बेटन के साथ न केवल पारिवारिक मित्रता
स्थापित की,वरन एडविना माउन्ट बेटन के साथ अवैध प्रेम सम्बन्ध जोड़ा !!!! क्या
ऐसा चरित्रहीन आदर्श हीन स्वाभिमान हीन आदमी देश सेवा की भावना के साथ राजनीति
में आ सकता है? नेहरु के काले कारनामों का कच्चा चिट्ठा इस लिंक को खोल कर पढने
से मिलेगा
http://www.sangatsansar.com/index3.asp?sslid=998&subsublinkid=1598&langid=2 Continue to next page...............

बेनामी ने कहा…

दुश्चरित्रता जिस खानदान के रग रग में समाई हुई हो,वो खानदान देश सेवा की
भावना से राजनीती में कैसे आ सकता है? प्रख्यात पत्रकार और लेखक बरुण
सेनगुप्ता ने अपने बहु चर्चित किताब "इंदिरा एकादशी" में पुरे प्रमाण के साथ
श्रीमती इंदिरा गांधी के चरित्र के बारे में सनसनीखेज खुलासा किया है,उन्होंने
लिखा है,शान्तिनिकेतन से कविगुरु रविन्द्र नाथ ठाकुर ने बड़े छोभ के साथ
प.नेहरु को एक पत्रलिखा - "आप जल्द से जल्द आकर अपनी बेटी को शान्तिनिकेतन से
ले जाएँ,जो यहाँ की चारित्रिक सुचिता को गंदा करने में लगी हुई है,मै उसे
शान्तिनिकेतन में एक दिन भी नहीं रख सकता," उसके तुरंत बाद नेहरु इंदिरा को
शान्तिनिकेतन से वापस ले गए थे I इससे भी शर्मनाक,लज्जाजनक,और जघन्य तथ्य का
उन्होंने खुलासा किया कि प.नेहरु का अपनी बेटी इंदिरा से ही अवैध सम्बन्ध
थे,और आगे चलकर इसी नाजायज घृणित रिश्ते की बात जानकार फिरोज घांदी ने इंदिरा
से सम्बन्ध तोड़ लिए I पाप कभी छुपा नहीं रह सकता,ये तो महापाप से भी बड़ा
महापाप है I ऐसे एक बेहद चरित्रहीन,दुराचारी,ब्यभिचारी खानदान के वारिस इन
कान्ग्रेसिओं ने हमेशा अपने सभी कलंकों पर पर्दा डालने की कोशिश की और बड़े
से बड़े झूठ को अपने राजनितिक फायदे के लिए सच के रूप में प्रचार करने का काम
किया,पर वे भूल गए कि सच पर पर्दा डाला जा सकता है,पर सच को मिटाया नहीं जा
सकता I जैसे इस सच को कभी मिटाया नहीं जा सकता कि भारत विभाजन के लिए जिन्ना से
ज्यादा नेहरु जिम्मेदार थे I अंग्रेजों के कुटिल चाल के तहत जिन्ना को जब अलग
मुस्लिम राष्ट्र के लिए उकसाया गया तो देश के ९५% मुस्लिमों ने इसका पुरजोर
विरोध किया,कई जगह तो अलग राष्ट्र की मांग को लेकर मुस्लिमों के बीच जनसभा
करने गए जिन्ना को स्वयं मुस्लिमों ने जूतों की माला पहना कर घोर अपमान
किया,महात्मा गांधी ने जिन्ना को काफी समझाया की भले तुम देश का प्रधानमन्त्री
बन जाओ पर अलग राष्ट्र की मांग को छोड़ दो,जिन्ना आखिर मान गया,उसने अलग
राष्ट्र की मांग छोड़ दी, ये सुनते ही नेहरु सर से पाँव तक जल भुन गया ,तुरंत
उसने एक ऐसा बयान दे डाला जिस बयान ने देश के इतिहास में सबसे काली लकीर खिंच
दी,उसने बड़े आक्रोश में कह डाला,"मै अपने मंत्रिमंडल के सबसे निचले दर्जे के
चपरासी के पद पर भी जिन्ना को नहीं देखना चाहता, " इस भड़काऊ बयान को सुनते ही
जिन्ना फिर भड़क गया,अंग्रेज तो इसी अवसर के तलाश में थे,उन्होंने आग में घी
दाल दिया ,जिन्ना ने कहा अब अलग देश पकिस्तान बना कर ही रहूंगा ,और उसके बाद
क्या हुआ,ये इतिहास बयान करता है,१० लाख से ज्यादा हिन्दू मुस्लिम अपनी जान
गवां बैठे,३० लाख से ज्यादा लोग घायल हुए,करोड़ों लोग अपना सर्वस्व खोकर बेघर
हो गए,देश विभाजन का वो दर्दनाक मंजर लोगों के दिलों दिमाग में आज भी दहशत
पैदा करता है,उन १० लाख से ज्यादा लोगों के खून से नेहरु ने हाथ केवल इसलिए
धोया कि जिस प्रधानमन्त्री की कुर्सी के लिए ही वो राजनीति में आया था उसे
हाथ से निकलता देख वो तिलमिला गया,उसे देश के तीन टुकड़े मंजूर थे, लाखों लोगों
कि जिंदगियां दांव पर लगाना मंजूर था,पर प्रधानमन्त्री कि कुर्सी हाथ से
छूटना बिलकुल गवारा न था,और हुआ भी यही,उसने अपने जघन्य मंशुबे को मंजिल तक
आखिर पहुचा ही दिया I नेहरु का देश और देश के लोगों के प्रति संवेदन हीनता
का इससे बड़ा और क्या उदाहरण हो सकता है कि आजादी के तुरंत बाद जब पाकिस्तानी
सेना मुजाहिद्दीनो के वेश में कश्मीर में घुस कर बलात्कार और ह्त्या का पैशाचिक
तांडव मचा रहा था, खुली सड़कों पर हमारी माँ बेटिओं और बहनों की इज्जत लूट लूट
कर बड़ी बेरहमी से हत्या कर रहा था , निरुपाय महाराजा हरी सिंह नेहरु से बार
बार सेना भेजकर मदद करने की गुहार पर गुहार लगा रहे थे ,परन्तु इश देश का सबसे
बड़ा दुश्मन जवाहर लाल नेहरु उस समय दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में शराब और
कवाब के साथ पार्टी में जशन मना रहा था, इन खतरनाक सच्चाइयों को जनता भली
भांति जान चुकी है Continue to next page........

बेनामी ने कहा…

१० लाख से ज्यादा लोगों का हत्यारा नेहरु और उसके
कांग्रेस ने अपने पापों पर पर्दा डालने की भरपूर कोशिश की,पर सच्चाई को
मिटाना असंभव है I एक और सच्चाई को लोग पहले दबी जुबान से कहते थे पर अब तो
खुले आम कहते हैं कि भारत के परम वीर,भारत माता के महान संतान नेताजी शुभाष
चन्द्र बोस को सोवियेत रूस के साथ मिलकर नेहरु ने ही गहरे षड्यंत्र के तहत
गायब कर दिया,उस महान स्वतन्त्रता सेनानी के शकुशल देश लौटने से देश की जनता
उन्हें सर आँखों पर बिठा लेती,नेहरु का कद उनके सामने अत्यंत छोटा पड़
जाता,नेहरु का प्रधानमन्त्री बनने का सपना धरा का धरा रह जाता I उस महान
स्वतन्त्रता सेनानी ,भारत माता के गौरव की मौत किसी विमान हादसे में नहीं हुई
,वरन अपनी मात्री भूमि की याद में,तिल तिल करके भयंकर पीड़ा झेलते हुए सोवियेत
रूस के किसी अज्ञात काल कोठरी में हुई है,इसके सारे प्रमाणों को नेहरु ने
मिटाने की सारी ब्यवस्था कर डाली, आजादी के बाद से अब तक नेहरु और उसके नक़्शे
कदम पर चलकर शातिर कान्ग्रेसिओं ने देश के हर छेत्र से नेताजी का नामोनिशान
मिटा देने की हर संभव साजिश रची,पर सच्चाई को कोई मिटा नहीं सकता I केवल नेताजी
की ही नहीं,आजादी के बाद से नेहरु ने अपने मौसेरे भाइयों यानी कि बाम पंथियों
के साथ मिल कर भारत के हर महान देश भक्त महापुरुषों का घोर अपमान और तमाम देश
द्रोही ब्यक्तियों और संगठनो का सम्मान और महिमा मंडित करने की मुहीम ही छेड़
दी ,उनके इन काले कारनामो का बखान करता इस लिंक को खोलकर देखने से पता चलता है
कि देश के इन सबसे बड़े दुश्मनों ने देश और देश वासिओं को ठगने में और अपमान
करने में हर सीमायें तोड़ दी,
http://sangatsansar.com/writereaddata/mainlinkfile/Nahruwadi.pdf बाम
पंथी चोरों का तो लगभग सफाया हो चुका है, अब ये चोर लुटेरे कांग्रेसी बच
नहीं पायेंगे,इनके पापों का घड़ा OVER FLOW हो रहा है,अब और ये अपने
गंदे मंशुबों में सफल नहीं हो पाएंगे ,क्योंकि देश की जनता अब जाग चुकी है I
कांग्रेस ने हमेशा सत्ता हासिल करने के लिए झूठे प्रचार और अपने काले धन का
इस्तमाल किया है,चुनाव के पहले गरीब अशिछित बस्तिओं में जा जा कर मात्र 10,15
रुपये बाँट बांटकर अपने हक में वोट डलवाने की बात आज किसीसे छुपी नहीं है,
सांसदों को करोड़ों रुपयों में खरीदने कि बात हर देशवासी को पता है, देश के सबसे
बड़े सरकारी खुफिया विभाग सीबीआई का कांग्रेस द्वारा केवल अपने फायदे के लिए
उपयोग की बात केवल भारतीयों को ही नहीं, सारी दुनिया को पता है,कांग्रेस ने एक
तरफ करोड़ों हिन्दुओं की आस्था और धार्मिक भावनाओं पर कुठाराघात किया
है,दूसरी तरफ मुसलमानों को केवल इस्तमाल की वस्तु की तरह वोट बैंक के लिए
इस्तमाल किया है,कांग्रेस के छद्म धर्म निरपेछता के मुखौटे को हर धर्म, हर
सम्प्रदाय के लोगों ने भली भांति समझ लिया है, परमपूज्य स्वामी रामदेव जी ने
सही मायने में हिन्दू मुस्लिम एकता और भाईचारे का सही रास्ता दिखलाया
है,उन्होंने अपने तप,साधना और त्याग के द्वारा लोगो को झकझोर कर जगा दिया
है,इसीलिए अब कांग्रेस द्वारा देश के लोगों को भटकाकर बेवकूफ बनाना संभव नहीं
है,अब निश्चित ही देश से भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों का समूल सफाए का समय
नजदीक आ गया है,ये भ्रष्टाचारी,चोर,लुटेरे अपनी आँखों के सामने अपनी मौत नाचता
हुआ देख रहे हैं,इसीलिए बौखला कर हर तरह का दमनकारी कदम उठा रहे हैं,पर इससे
तो उनके सफाए का रास्ता और अधिक प्रसस्त हो रहा है Continue to next page............

बेनामी ने कहा…

ये महाचोर कांग्रेस आज
सिविल सोसाइटी द्वारा प्रस्तावित लोकपाल बिल को स्वीकार करने में क्यों कतरा
रही है,ये सारी दुनिया जान चुकी है,चोर कभी खुद स्वीकार नहीं करता कि उसने चोरी
कि है,चोर कभी अपनी ही चोरी की सजा की ब्यवस्था नहीं करता,
महाचोर कांग्रेस सशक्त लोकपाल बिल और स्वामी रामदेवजी महाराज के भ्रस्टाचार
के खिलाफ जबरजस्त आन्दोलन को अपनी मौत के फरमान की तरह देख रहा है,इसीलिए इसे
टालने और कुचलने की हर संभव कोशिश कर रहा है,परन्तु पाप और पापी चाहे जितना
ही बड़ा क्यों न हो,उसका अंत होना अनिवार्य और निश्चित है,ये लुटेरे कांग्रेसी
लाख हाथ पांव मार ले,तमाम शैतानी चाल चलने की कोशिश कर ले,अब उसके समूल सफाए को
कोई रोक नहीं सकता I शैतानो से भी बड़ा शैतान, महाचोरों से भी बड़ा महाचोर
दिग्बिजय सिंह अब लोगों में ये कहकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है कि "रामदेव
का अध्याय अब पूरी तरह ख़त्म हो चुका है," उस चोर को क्या पता कि अब उसके
किसी भी गन्दी चाल से भारत की जनता गुमराह होने वाली नहीं है,स्वामी रामदेव
जी महाराज के हिमालय जैसे विशाल चरित्र और ब्यक्तित्व के सामने दिग्विजय चोर
की हैसियत एक चूहे से भी छोटा है ,ये भारत की जनता अब उसे समझा देगी I हर महान
कार्य और हर महान पुरुष के राहों में बाधाएं आती हैं,ये इतिहास हमें दिखाता
है,परन्तु ये बाधाएँ उनकी शक्ति और पराक्रम को और ज्यादा प्रखर और बलशाली बनाती
हैं I चोर कांग्रेस के इन आत्मघाती कदमो ने स्वामीजी को और अधिक शक्तिशाली और
विशाल बना दिया है,अब हम १२० करोड़ भारतीय पूरी तरह स्वामीजी के साथ हैं, और
आनेवाले लोकसभा चुनाव में हम अपनी सम्मिलित शक्ति का प्रयोग इन असुरों का नाश
करने और सारी शात्विक शक्तियों को विजयी बनाने में लगा लगा देंगे,देश निश्चित
रूप से फिर से जगतगुरु बनेगा,देश में रामराज्य स्थापित होगा,हमारा
विश्वास,हमारी आस्था स्वामी जी के साथ है,हम परम पूज्य स्वामी जी को अपने
अभिब्यक्ति द्वारा यही आश्वासन देना चाहते हैं I
हर राष्ट्र प्रेमी भाई बहनों से निवेदन है कि देश को महाशैतान कांग्रेस के
विनाशकारी पंजों से बचाने के लिए,भारत को सुखी,समृद्ध और महाशक्ति बनाने के
लिए,स्वामीजी और माननीय अन्ना हजारे जी के इन परम पुनीत महाभियानो को सफल
बनाने के लिए इस लेख को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुचाने का कार्य करके
भारत के पुनरुत्थान के महान कार्य में सहभागी बने ,भारत माता की जय,वन्दे
मातरम I

SANDEEP PANWAR ने कहा…

आपको गोवर्धन अथवा अन्नकूट पर्व की हार्दिक मंगल कामनाएं,

बेनामी ने कहा…

Hello Saurabh Ji

Can I get your email address as I want to contact you.

Regards
Rishi
hod[at]pai-ils[dot]com

deepak ने कहा…

mai uprokt tippiniyon se sahamat hoon aur janna chahata hoon ki in muddo ka samadhaan kaise ho?mai mahan krantikari bhagat singh ke vicharo ko apnane me vishvaas rakhta hoon.mai in kale angrejo ka wadhh karne ko utsuk hoon jinhone desh ko lootne me koi kami nahi chodi aur swamiji jaise deshbhaghato per jhoote arop lagadale.pls reply. DEEPAKARYA303@GMAIL.COM