मित्रो एक बार की बात है मेरी एक भारतीय से ये बैहस हुई कि भारतीय हिन्दी नहीं बोलते अब आप लोगो को सुन कर मेरा मतलब पढ़ कर बड़ा अजीब लगा होगा पर ऐसा ही कि कुछ मूर्ख लोग समझते हैं। अब उनका तर्क सुनिए उसने मुझ से हिन्दी में ही बोल कर कहा की आप इसको हिन्दी में बोलिए "भाईसाब दिल्ली जाने वाली ट्रेन कितने बजे जायेगी" सुन कर बड़ा अजीब लगा की हिन्दी में ही बोल रहा है और कहता है इसको हिन्दी में बोलिए। मैंने उससे कहा तुम तो इसको पहले से ही हिन्दी में बोल रहे हो तो कहता है हिन्दी में इसको ऐसा बोलेंगे "श्रीमान दिल्ली जाने वाली लोहपथगामिनी कितने समय पर प्रस्थान करेगी। मैंने उस से कहा ठीक है ये भी हिन्दी है और इसमें लोहपथगामिनी के स्थान पर अगर ट्रेन ही बोलोगे तो ज्यादा उचित रहेगा क्युकी ऐसा शब्द कुछ लोग जबरदस्ती बनाते हैं मजे लेने के लिये जैसे धुक-धुक वाहिनी और भी इस तरह के शब्द अपनी ही भाषा का मजाक उडाने के लिये लोग प्रयोग करते हैं और वास्तव में वो अपना मजाक स्वयं ही उड़ारे होते हैं , कहता है फ़िर ये हिन्दी कहाँ रहेगी। मैंने कहा अरे भले आदमी दुनिया की हर भाषा दूसरी भाषाओं से शब्द लेती रहती है इसका मतलब ये नही है की वो भाषा ही बदल गई अगर तुम्हे पता हो इंगलिश और अन्य भाषाओं में भी में कितने ही सैंकडो शब्द हिन्दी और अन्य भाषाओं से लिये गए हैं किंतु जब तुम ये क्यों नही बोलते की ये इंग्लिश नहीं है उदाहरण के तौर पर अगर मैं ये कहूं he is a tech guru. तो अब तुम इसको क्या बोलोगे गुरु शब्द तो हिन्दी का है जबकि अमेरिका मैं तो इसको बहुत प्रयोग में लाते हैं और ये सिर्फ़ एक शब्द नही ऐसे पता नही कितने शब्द हिन्दी(संस्कृत) , स्पेनिश , फ्रेंच, जर्मन और भी बहुत सी भाषाओं के शब्द तुम्हे इंग्लिश में आराम से मिल जायेंगे पर तुम उसको हमेशा इंग्लिश ही बोलोगे और वो है भी इंग्लिश। अब इसी तरह अगर हिन्दी में हम कुछ इंग्लिश के या फारसी के शब्द मिला कर बोल देते हैं तो वो हिन्दी ही रहेगी क्यूंकि ये शब्द हिन्दी ने ग्रहण कर लिये हैं हाँ लकिन अगर हम जानभूझ कर इंग्लिश या फारसी के शब्द अधिक से अधिक प्रयोग करते हैं तो वो हमारी नासमझगी गुलामी की मानसिकता और अच्छी हिन्दी नही होगी लेकिन वो होगी हिन्दी ही क्युकी भाषा व्याकरण से होती है न की सिर्फ़ संज्ञा से और तुम जब भी वाक्य की सरचना हिन्दी की ही व्याकरण से कर रहे हो। तो मेरे भाई अगर मैं ये कहता हूँ "दिल्ली जाने वाली ट्रेन कितने बजे\टाइम\वक्त या समय पर जायेगी" तो ये हिन्दी ही है। दोस्तो आप लोगो की क्या राय है इस बरे में कृपया कुछ प्रतिक्रिया दीजिये।
धन्यवाद एवं शुभ कामनाओं सहित,
आपका मित्र सौरभ आत्रेय
2 टिप्पणियां:
we r aggreeing with u
आप पहले "http://satyagi.blogspot.com/2008/04/blog-post_17.html" पर सतीश जी ने जो कहा उसका जवाब दे | अन्यथा मुझे बड़ा कष्ट होगा |
जय भारत
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